हिंदी हैं हम

अगर आप सोचते हिंदी में हैं
और बोलते अंग्रेजी में हैं तो
आप एक नंबर के धोखेबाज हैं
विदूषक हैं भांड हैं
जाहिल हैं बनावटी हैं 
दूसरों पे सेखी झाड़ने वाले,
अपनी जड़ों से कटे, दिखावटी हैं !

अगर आप सोचते भी अंग्रेजी में हैं
और बोलते भी अंग्रेजी में हैं 
तो फिर आप पैदाइशी अंग्रेज हैं
अपने रंग पे दूसरे का रंग 
चढ़वा लेने वाले रंगरेज़ हैं
आपके शरीर में 
दूसरे की आत्मा का साया है
आप बीमार हैं, दलिद्र हैं
आप का सब कुछ पराया है !

अगर आप सोचते हिंदी में हैं
और बोलते भी हिंदी में हैं
तो आप में सांस्कृतिक चेतना है
आप भाषिक समृद्ध हैं, स्वतंत्र हैं
मातृभूमि के प्रति संवेदना है
क्योंकि आपको मातृभाषा का मान है
इसीलिए आपके हृदय में 
अन्य भाषा का भी सम्मान है !

              ©️ दीपक शर्मा 'सार्थक'






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