एक पकौड़ा मुझे भी देना !
एक पकौड़ा मुझे भी देना !
अगर पकौड़ा मिले स्वदेशी
क्यों खाएं हम माल विदेशी
'पतंजलि' का यही है कहना
एक पकैड़ा मुझे भी देना !
एक पकौड़ा मंदिर वाला
एक पकौड़ा मज़्ज़िद वाला
धर्म की चटनी लगा के देना
एक पकौड़ा मुझे भी देना !
ज़रा सियासी रंग मिलाकर
तलो पकौड़ा भंग मिलाकर
जनता को मदहोश है करना
एक पकौड़ा मुझे भी देना !
सीमा पर जवान है मरता
जब किसान ख़ुदख़ुशी है करता
'अच्छे दिनो' का श्राद है करना
एक पकौड़ा मुझे भी देना !
© दीपक शर्मा 'सार्थक'
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति!
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