व्यवहारिक ज्ञान
अर्थिक क्षति पहुंचाए
जो आप की सरलता का
नाजायज़ फायदा उठाए !
जो बात बात पर अपना
दो कौड़ी का अहसान जताए
जो आप की विनम्रता को
आप की कमजोरी बताए !
जो केवल अपने निजी स्वार्थवश
आप से चिपकने आए
जो मुह पर आप की बोले और
पीठ पीछे आप का प्रपंच गाए !
जो आप की संवेदनशीलता का
कुटिलता से मखौल उड़ाए
जो आप के बुरे वक़्त में
मौके का फायदा उठाए !
वो चाहे मित्र हो या रिश्तेदार हो
भाई हो या पट्टीदार हो
उसे पलभर में ही छोड़ देना चाहिए
और सारे रिश्ते तोड़ लेना चाहिए !
©️ दीपक शर्मा 'सार्थक'
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