विनोद कुमार
और सरल स्वभाव है जिनका
कभी भी व्याकुल न दिखते
हर कार्य में दिखे सरलता !
वाद–विवाद से दूर हैं कोसो
दिखती नहीं चपलता
विषम परिस्थिति में भी जिनमे
प्रेम का दीपक जलता !
चंदौली हो या अभनापुर
प्रेम ही प्रेम है फलता
मितव्ययी, उत्कृष्ट आचरण
से व्यक्तिव निखरता
सत्य चित्त आनंद में रमकर
हास्य ’विनोद’ झलकता
विनयशील उन ’विनोद जी’ को
पथ पर मिले सफलता
©️ दीपक शर्मा ’सार्थक’
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