बेबसी

बेबस जनता और न्यायालय 
बेबस चुनाव आयोग हुआ 

बेबसी के मारे शिक्षक हैं 
बेबस गरीब मज़दूर हुआ !

बेबसी में डूबा संविधान 
तानाशाही से चूर हुआ 

बेबस चौथा स्तम्भ दिखे 
उसके हाथो मज़बूर हुआ !

बेबसी पे करता अट्टहास 
राजा कितना मगरूर हुआ 

बेबस लोगों की पीड़ा से 
हर तरह से वो दूर हुआ !

        ©️ सार्थक 






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