घूसखोरी की कला
चूंकि मैं इस देश का जिम्मेदार नागरिक हूं।इसलिए मेरा ये फर्ज बनता है कि मैं ऐसे लोगों की मदद करूँ जिन्हें हाल ही में नौकरी मिली है और उनको ये नहीं पता है कि रिश्वत कैसे ली जाती है। तो आइये आज आपको बताता हूं कि रिश्वत लेने की सही कला क्या है-
पहली और सबसे जरूरी बात..रिश्वत हमेशा उसी काम को करने के लिए लेनी चाहिए जो काम कानूनन सही है। जिस काम को करने के लिए सरकार ने आपकी नियुक्ति की है, उसी कार्य को सही तरीके से करने के लिए रिश्वत लेनी चाहिए। कुछ मूर्ख घूसखोर उस चीज को करने की रिश्वत ले लेते हैं..जो कानूनन उनको नहीं करना चाहिए। ऐसे ही लोग आगे चलकर फंस जाते और अपनी नौकरी गँवा बैठते हैं। अब यहां प्रश्न ये उठता है कि आखिर सही काम को करने के लिए भी घूस कैसे मिल सकती है ?
इसका सबसे आसान तरीका है कि जब भी आपके ऑफिस में कोई अपना लीगल काम लेकर आए तो उस काम को जितना हो सकता है लटकाइए। जैसे उससे बोलिए, "इस फाइल में फलाने ढिमाके काग़ज़ कम हैं..पहले उनको सही करके लाइये।"
इस तरह अपना काम लेकर आया व्यक्ति परेशान होगा और काग़ज़ सही करने के चक्कर में लग जाएगा। इसके बाद जब वो दोबारा अपनी फाइल लेके आपके पास पहुचे तब तक अपने डेस्क पर बीसों फाइल और रख कर झूठ-मूठ का व्यस्त होने का नाटक करें। जब वो आपकी डेस्क तक आए तो जितना गन्दा मुह बन सकता है उतना गन्दा मुह बनाकर बोलें, "अपनी फाइल रख दो..अभी और भी बहुत सी फाइल का ढ़ेर लगा है,पहले वो निपटा लें। जब आपका नंबर आयेगा तो आपको कॉल कर दिया जाएगा।"
इस घटना के बाद अगर थोड़ा भी समझदार व्यक्ति है तो वो समझ जाएगा कि साहब असल में चाह क्या रहें हैं।और इसके साथ दांत चियार कर मुस्कराहट के नाम पर मिमियाते हुए आपसे बोलेगा, "अरे सर देख लीलिए थोड़ा जल्दी हो जाए..काम बहुत जरूरी है। जो भी सेवा शुल्क होगा वो आपको दे देंगे।"
अब यही वो क्षण होगा जब आपको मुस्कराकर बोलना होगा, "अरे ठीक है, परेशान मत हों। आपकी मदद में मुझसे जो बन पड़ेगा वो मैं करूंगा।" इसतरह आप एक अच्छे घूसखोर साबित होंगे।
सर्विस के दौरान कभी-कभी कुछ बहुत ढीठ लोग अपना काम लेकर आपके पास आयेंगे। जो बिल्कुल भी रिश्वत देने के मूड में नहीं होंगे। वो आपकी फाइलो के ढ़ेर से नहीं डरेंगे। ऐसे लोगों के लिए आपको और सख्त होना पड़ेगा।
जैसे जब भी वो आयें, उनको कम से कम 3 घण्टे इंतजार करवाने के बाद ही मिलिए। 'फाइल अप्रूव नहीं हुई' ऐसे बहाने बनाकर रिजेक्ट करिए। इस तरह एक ना एक दिन वो टूट जाएगा और आपके आगे सुविधा शुक्ल की बात कर ही देगा।
इसी तरह कभी न कभी आपका ऐसे लोगों से भी पाला पड़ेगा जिनका ऊपर तक जुगाड़ होगा। वो आप पर बिना रिश्वत के काम करने के लिए ऊपर से दबाव डलवाएगा। यहीं पर आपको अपनी घूसखोरी के अनुभव की ढाल बनाकर और पूरी निपुणता के साथ इसका सामना करना है।
आप कैसे भी करके उसके काम में तमाम लीगल कमियां निकाल कर उसे अपनी डेस्क से अप्रूव होने से रोक दें। ऐसे में वो व्यक्ति डर जाएगा और आपको रिझाने में लग जाएगा। और आप अपनी मन चाही रकम उससे हासिल कर सकते हैं। पर ध्यान रहे जब तक घूसखोरी में निपुणता ना आ जाए तब तक इस तरह रिश्वत लेने से बचने की जरूरत है।
एक जरूरी बात ये भी है अगर कोई असली प्रशासनिक या राजनैतिक ताकत से भरा व्यक्ति, जिसके सामने आपकी कोई हैसियत ना हो। या यूँ कह लें जो कभी भी आपका टेटुवा पकड़ के दबा सकता है। तो ऐसी परिस्थिति में कभी भी रिश्वत का नाम न लें। जितना हो सकता है उतनी मेहनत और जल्दी से उसका काम कर दें। अपने दामाद की तरह उसकी सेवा करें। पर चूंकि आप निष्काम घूसखोर हैं आपने प्रण ले रखा है कि आप बिना घूस लिए अपने बाप का भी काम नहीं कर सकते। ऐसी परिस्थिति में उस ताकतवर आदमी का पूरा काम करके और फाइल उसके हाथ में पकड़ा कर और मुस्कराकर बोलिए, "मुबारक हो सर..आपका काम हो गया है। इस खुशी में कम-से-कम मिठाई तो खिलाएं!"
ऐसे में वो ताकतवर व्यक्ति सोचेगा..बिचारे ने बहुत मेहनत की है चलो कुछ दे ही देते हैं। और आपको कुछ ना कुछ देकर जाएगा।
बात को ज्यादा लंबा न खींचते हुए एक दो और जरूरी बातें आपसे कहना चाहता हूं-
यदि आप अच्छे कमाऊ पद पर हैं तो कभी भी रिश्वत अपने हाथों से न लें।अपने ऑफिस में कुछ चंगू मंगू फिट रखें और उनके माध्यम से रिश्वत लें।
रिश्वत में यदि आपके किसी स्टाप का हिस्सा है तो उसे जरूर दें, ऐसा न करने पर वो कभी भी आपको फँसा सकता है।
अंतिम और सबसे जरूरी बात..जिससे भी रिश्वत लें उसका काम जरूर करें। कम-से-कम बेईमानी में ईमानदारी बनाए रखें।
आशा है इन बारीकियों को समझ कर आप घूसखोरी में और परिपक्व होंगे।
इसी उम्मीद के साथ धन्यवाद।
आपका अपना
©️ दीपक शर्मा 'सार्थक'
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