मुख़ातिब हो के ग़ैरों से कभी दिल की कही है क्या किया जाहिर नहीं ख़ुद को कसक दिल में नहीं है क्या दमन करके मोहब्बत का मिटाके ख़्वाहिशे अपनी सदा उलझे रहे इसमे ग़लत क्या है सह...
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एक कहानी...
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एक कहानी सुनाता हूँ। एक बार की बात है ..दूर पश्चिम में 4 जुलाई को एक देश आज़ाद हुआ जिसे अमेरिका के नाम से जाना गया। वहाँ के मूल निवासी जिन्हें 'रेड इण्डिन्स' कहा जाता था ,उनको खत्म करके तथा पूरे अमेरिकी भूभाग पर कब्ज़ा करके के लिए श्वेत अमेरिकियों ने बहुत युद्ध लड़े। इन युद्धों को जीतने के लिए काफी बड़ी मात्रा में हथियारों की आवश्यकता पड़ी।जिसे पूरा करने के लिए अमेरिका के उद्योगपतियों ने हथियार निर्माण में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और इस तरह हथियार निर्माण का उद्योग अमेरिका में ज़ोरो से फलने फूलने लगा। समय बीतता रहा फिर विश्व युद्घ का दौर आया। जिसके कारण हथियारो की मांग पूरे विश्व में ज़ोर पकड़ने लगी।अमेरिका ने विश्व युद्धो(प्रथम एवं द्वितीय) का फायदा उठाकर खूब हथियार बेचे। और इस तरह अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अार्म्स इन्डस्ट्री का दबदबा हो गया।और इसी बलबूते पर वो एक विकसित देश बनकर पूरे विश्व पटल पर उभरा। एक जैसी स्थित हमेशा नहीं रहती । फिर एक वो भी दौर आया जब युद्ध को लेकर वैश्विक स्तर पर समाज की सोच बदलने लगी। दुनियां शान्ति की ओर बढ़ने लगी।अमेरिका में भी वहां की जनता ने युद्...
एक देश...
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एक देश, एक कर ग़रीब गया तेल लेने ! एक देश, एक पार्टी, एक नेता लोकतंत्र गया तेल लेने ! एक देश,एक धर्म, एक भाषा विविधिता गई तेल लेने ! एक देश,एक हज़ार ठेकेदार ज़िम्मेदारी गई तेल लेने ! एक देश, एक से बढ़ के एक वादे विकास गया तेल लेने ! एक देश, अधसिड़ी गौरक्षक आई.पी.सी. गया तेल लेने ! © दीपक शर्मा 'सार्थक'