Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps May 03, 2019 स्तब्ध कण्ठ बाधित धड़कन उद्विग्न हृदय व्याकुल तन मन काया किंकर्तव्यविमूढ़ हुई असमंजस में सारा कण-कण मानवता सारी छिन्न-भिन्न समरसता के बाकी न चिन्ह जो थे सुचिता के कर्णध... Read more