फिर साल बीतने वाला है !

फिर साल बीतने वाला है
एक दिन हम भी बीते कल का
हिस्सा बन कर रह जाएंगे
बीते हुए समय का एक
किस्सा बनकर रह जाएंगे
जी लो इस पल को जी भर के
फिर साल बीतने वाला है !

ये बीतने वाला हर लम्हा
फिर वापस कभी न आयेगा
बीते कल मे जो छूट गया
फिर वापस कभी न पायेगा
सीने से लगा अलविदा कहो
फिर साल बीतने वाला है !

जो कल था आज वो बीत गया
जो आज है कल वो बीतेगा
हमराह कोई कितना भी बने
पर साथ तो एकदिन छुटेगा
हर लम्हा जियो मोहब्बत से
फिर साल बीतने वाला है !

बीते पल में कुछ प्यार भरे
अफ़साने संजोये रखे हैं
यादों के झरोखों से अक्सर
हम उनको देखते रहते हैं
मीठी यादों को सहेज लो अब
फिर साल बीतने वाला है !

          दीपक शर्मा 'सार्थक'

       

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