सिंघासन पर सैन्डिल
उन्होंने मुझपर एक नज़र डाली और निराश होकर बोले "तुम्हारे समाचार पत्र के संपादक ने तो कहा था कि इंटरव्यू लेने के लिए लड़की को भेजेंगे " उनकी बात सुनकर शायद मैं दुनियां का पहला ऐसा व्यक्ति हूँगा जिसे अपने पुरुष होने पर दुःख हुआ ,फिर भी बुझे मन से अपने संपादक की तरफ से सफाई देने लगा और आखिरकार मैं उनको इस वादे के साथ मनाने में कामयाब रहा की अगली बार उनकी पसंदीदा रिपोर्टर ही उनका इंटरव्यू लेगी। मंत्रीजी बड़े अनमने से इंटरव्यू के लिए राज़ी हुए तो मैंने पहला प्रश्न किया "आप बहुत से विवादों से घिरे हुए हैं" मेरे मुंह से प्रश्न निकलते ही वो उसपर झपट पड़े और बोले "सार्वजनिक जीवन जिना है तो भीर विवादों से क्या डरना ,विवाद तो गांधीजी को लेकर भी हुए थे " ये कहते हुए उन्होंने अपने आलीशान ड्राइंगरूम में लगी गाँधी की तस्वीर को मुस्कुराकर देखा।तस्वीर में गाँधी भी मुस्कुरा रहे थे ,लेकिन न जाने क्यों मुझे ऐसा लगा कि मंत्रीजी की गहरी राज़दार मुस्कराहट के आगे गाँधी की मुस्कराहट विलुप्त सी हो गई है। मैंने संभलकर अगला प्रश्न किया "आप पर अवैध रूप से चरस, गांजा और ...