चरैवेति चरैवेति
....चरैवेति चरैवेति... --------------------------------- जो कहना है, कह ही डालो कोई बात अधूरी मत छोड़ो... बेबस होकर के ज़माने से ये ख्वाब अधूरे मत छोड़ो.. आसान नहीं है राह मोहब्बत पर सफर अधूरा मत छोड़ो... चाहत की मंजिल आगे है उम्मीद का दामन मत छोड़ो... जाहिर कर दो तुम जैसे हो जज़्बात अधूरे मत छोड़ो... -- दीपक शर्मा 'सार्थक'